Bihar Election 2025: टिकट बंटवारे में रिश्तेदारों का जलवा!

अजमल शाह
अजमल शाह

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी हो चुकी है, और इस बार भी राजनीति में परिवारवाद का रंग साफ दिख रहा है। एनडीए, महागठबंधन समेत कई दलों ने अपने परिवारजनों को टिकट दिया है, जिससे चुनावी मैदान में रिश्तेदारों का जलवा बढ़ गया है। आइए जानते हैं कि किस पार्टी ने किस राजनीतिक परिवार के सदस्यों को मैदान में उतारा है।

बीजेपी में परिवारवाद का तड़का

बीजेपी ने अपनी राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाते हुए कई परिवारजनों को टिकट दिया है। पूर्व मंत्री शकुनी चौधरी के बेटे सम्राट चौधरी को तारापुर से टिकट मिला है। पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा के बेटे नीतीश मिश्रा झंझारपुर से मैदान में हैं। जमुई से पूर्व मंत्री दिग्विजय सिंह की बेटी श्रेयसी सिंह भी उम्मीदवार हैं। इसके अलावा औरंगाबाद से पूर्व सांसद गोपाल नारायण सिंह के बेटे, बांकीपुर के पूर्व विधायक के बेटे और औराई के पूर्व सांसद की पत्नी को भी बीजेपी ने टिकट दिया है। कुल मिलाकर बीजेपी में 13 ऐसे उम्मीदवार हैं जिनका परिवार राजनीति से जुड़ा है।

JDU: मंत्रियों के बेटे-बहन भी मैदान में

जदयू ने भी अपने परिवारों को आगे बढ़ाया है। पूर्व सांसद आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद को नवीनगर से टिकट मिला है, जो पहले राजद में थे। पूर्व मंत्री मंजू वर्मा के बेटे अभिषेक कुमार को चेरिया बेरियापुर से मौका मिला है। घोसी से पूर्व सांसद के बेटे ऋतुराज कुमार और गायघाट से सांसद की बेटी कोमल सिंह को भी टिकट मिला है। जदयू में कुल 10 परिवारवादी उम्मीदवार हैं।

हम पार्टी में भी परिवारवाद का बोलबाला

हम पार्टी ने छह सीटों पर चुनाव लड़ना है, जिनमें से चार पर परिवारजनों को मौका दिया गया है। केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी की समधन ज्योति देवी और बहू दीपा कुमारी को टिकट मिला है। टिकारी से अनिल कुमार और उनके भतीजे रोमित कुमार को भी टिकट मिला है।

रालोमो प्रमुख ने पत्नी को दी टिकट

एनडीए सहयोगी उपेंद्र कुशवाहा ने सासाराम सीट से अपनी पत्नी स्नेहलता कुशवाहा को टिकट दिया है। दिनारा से मंत्री संतोष सिंह के भाई आलोक कुमार सिंह भी उम्मीदवार हैं।

राजद ने भी रिश्तेदारों को नहीं छोड़ा

राजद ने कुल 17 ऐसे उम्मीदवारों को टिकट दिया है, जो राजनीतिक परिवार से हैं। शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा, शिवानंद तिवारी के बेटे राहुल तिवारी, जगदानंद सिंह के बेटे अजीत सिंह और पूर्व मंत्री कांति सिंह के बेटे ऋषि कुमार को टिकट मिला है।

बिहार चुनाव 2025 में परिवारवाद ने मारी धाक

चाहे बीजेपी हो, राजद हो या जदयू, बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में सभी दलों ने अपने परिवारजनों को मैदान में उतारकर यह साबित कर दिया कि राजनीति में परिवारवाद अभी भी ज़िंदा है। नेपोटिज्म ने चुनावी राजनीति को एक नया रंग दे दिया है, जो इस चुनाव का सबसे बड़ा ट्रेंड बन गया है।

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